US national debt kya hai in Hindi

US national debt kya hai in Hindi – US National debt VS Bitcoin | पूरी जानकारी हिंदी में

अभी हाल ही में एक खबर काफी चर्चा में रही – और वह है अमेरिका का तेजी से बढ़ता हुआ राष्ट्रीय कर्ज़ (National Debt) ।

पिछले कुछ समय से अमेरिका की आसमान छूती हुई देनदारी ना सिर्फ वहां की सरकार के लिए सिरदर्द बन चुकी है, बल्कि यह पूरे वर्ल्ड की इकोनॉमी को भी प्रभावित कर रही है।

अब सवाल यह उठता है – राष्ट्रीय कर्ज़ क्या होता है? (What is US National Debt ?)

आखिर अमेरिका का National Debt (राष्ट्रीय कर्ज़) क्यों बढ़ता जा रहा है? इसके पीछे आर्थिक कारण क्या हैं?

और इसका संबंध बिटकॉइन से कैसे जोड़ा जा सकता है? क्या बिटकॉइन बन सकता है आखिरी सहारा?

जैसा कि मशहूर शायर फ़रियाद आज़र ने कर्ज़ पर बड़ी खूबसूरती से कहा है:

अदा हुआ न क़र्ज़ और वजूद ख़त्म हो गया
मैं ज़िंदगी का देते देते सूद ख़त्म हो गया ।

US national debt kya hai in Hindi – National Debt क्या होता है?

जिस प्रकार कोई व्यक्ति अपनी आमदनी से ज्यादा खर्च करता है और अपने खर्च पूरे करने के लिए उसे लोन लेना पड़ता है, जिसके कारण  वह कर्ज में डूबता चला जाता है।

ठीक उसी तरह, यदि किसी सरकार की आय $100 है और उसका खर्च 120 डॉलर, तो सरकार को $20 का घाटा यानी डिफिसिट होता है।

जब किसी देश की सरकार की कमाई खर्च से कम होती है तो उसे सरकारी योजनाओं और अन्य काम जैसे डिफेंस बजट और पेंशन आदि के लिए उधारी लेनी पड़ती है।

यह उधारी सरकार बॉन्ड बेचकर जुटाती है। धीरे-धीरे यही उधार बढ़ता जाता है, इसे ही राष्ट्रीय कर्ज या National Debt कहा जाता है।

  • अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज (US National Debt) वर्तमान में $36.2 ट्रिलियन तक पहुंच चुका है।
  • जो देश की GDP का लगभग 120% है।
  • यह आर्थिक विकास और वित्तीय स्थिरता के लिहाज से एक गंभीर चिंता का विषय है।
  • अगर इस कर्ज को हर अमेरिकी नागरिक में समान रूप से बाँट दिया जाए, तो प्रत्येक व्यक्ति पर $106,117 का कर्ज़ आता है।

क्या आप जानते हैं?  जापान का कर्ज अब उसकी जीडीपी का 263% हो चुका है, जो दुनिया में सबसे ऊँचे स्तरों में से एक है।

अमेरिका $37 ट्रिलियन का कर्ज़ आखिर किसे देना है?

  • अमेरिकी नागरिक ।
  • बैंक, इंश्योरेंस कंपनी, म्युचुअल फंड और पेंशन फंड जैसी संस्थाएं।
  • अमेरिका का केंद्रीय बैंक यानी फेडरल रिजर्व।
  • विदेशी सरकारी जैसे चीन,जापान आदि।

अमेरिकी सरकार हर महीने लगभग $100 बिलियन डॉलर सिर्फ 37 ट्रिलियन डॉलर के राष्ट्रीय कर्ज पर ब्याज चुकाने में खर्च करती है।

Source: Peterson Foundation

US National Debt Warning

  • अमेरिका की GDP = लगभग 30.24 ट्रिलियन डॉलर
    राष्ट्रीय कर्ज़ = 36.2 ट्रिलियन डॉलर
  • बजट घाटा (Deficit) = 2 ट्रिलियन डॉलर
    (इसका मतलब है कि सरकार की कमाई से कहीं ज़्यादा खर्च हो रहा है, और इस अंतर को लगातार उधार लेकर पूरा किया जा रहा है।)
  • US National Debt to GDP Ratio = $36.2T ÷ $30.24T × 100 = ~120%
    (यानी अमेरिका का राष्ट्रीय कर्ज़ उसकी GDP के लगभग 120% के बराबर है, और यह अनुपात 2055 तक बढ़कर 268% तक पहुंचने की आशंका है।)

    ब्याज भुगतान (Interest) = लगभग $950 बिलियन (रक्षा बजट से ज़्यादा!)
    इसका मतलब है कि सरकार अब सिर्फ कर्ज का ब्याज चुकाने में ही भारी पैसा खर्च कर रही है


राष्ट्रीय कर्ज़ (National Debt) को कैसे सुधार सकते हैं?

  • या तो सरकार टैक्स बढ़ाकर अपनी आय बढ़ाए लेकिन इससे जनता पर बोझ बढ़ेगा। (सोचिए, अगर आप पर ज़्यादा टैक्स लगे तो इसका क्या असर होगा?)
  • या फिर सरकार अपने खर्चों में भारी कटौती करें, जो अमेरिका जैसे देश के लिए बहुत ही मुश्किल है क्योंकि यह कई देशों को Financial aid प्रदान करता है।
  • तीसरा विकल्प यह है कि सरकार नया पैसा छापे, जिससे महंगाई बढ़ेगी और डॉलर की वैल्यू कमजोर हो जाएगी।


अमेरिकी राष्ट्रीय कर्ज़ (National Debt) का रामबाण इलाज : BITCOIN Act 2024

अमेरिकी ट्रेज़री ने “बिटकॉइन ACT” के तहत घोषणा की है कि वह अगले 5 वर्षों में 1 मिलियन बिटकॉइन खरीदेगी, जिसका उद्देश्य 2050 तक राष्ट्रीय कर्ज़ का लगभग 44% तक Offset करना है।

US National Debt VS Bitcoin: Bitcoin kya US debt ka solution ban sakta hai?

ब्रायन आर्मस्ट्रॉन्ग, Coinbase के CEO ने चिंता जताते हुए कहा: “अगर अमेरिका अपने बढ़ते कर्ज (Debt) पर नियंत्रण नहीं करता, तो भविष्य में बिटकॉइन अमेरिकी डॉलर की जगह Global Reserve Currency बन सकता है।”

लगातार डॉलर छापने से डॉलर की Purchasing पावर भी घटेगी। वेनेजुएला, जिंबॉब्वे और अर्जेंटीना जैसे देशों की तरह Hyperinflation जैसी गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।

बिटकॉइन मैजिक सॉल्यूशन नहीं है लेकिन यह एक वैकल्पिक मौद्रिक प्रणाली (Alternative Monetary System) है । क्योंकि:

  • बिटकॉइन की टोटल सप्लाई ही मात्र 21 मिलियन है।
  • यह एक डिफ्लेशनरी एसेट (Deflationary Asset) है, इसकी संख्या कभी बढ़ नहीं सकती।
  • और साथ ही इसकी मॉनेटरी पॉलिसी किसी एक संस्था या सरकार के हाथ में नहीं होती ।
  • यह बिल्कुल पूरी तरह से पारदर्शी और डिसेंट्रलाइज्ड है।

निष्कर्ष

अमेरिका का बढ़ता राष्ट्रीय कर्ज बिटकॉइन की कीमत को नए ऑल-टाइम हाई पर पहुँचा सकता है।

क्योंकि जैसे-जैसे सरकार का अधिक खर्च कर्ज चुकाने में जा रहा है, वैसे-वैसे सरकारी बॉन्ड निवेशकों के लिए कम आकर्षक बनते जा रहे हैं।

ऐसी स्थिति में निवेशक वैकल्पिक (Alternative) संपत्तियों की ओर रुख करते हैं, और बिटकॉइन और सोना दोनों इसके सबसे बड़े लाभार्थी बन सकते हैं।


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Ananymous
Ananymous
25 days ago

They already only btc can save theirs economy

kryptoxpressofficial@gmail.com
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Admin
Reply to  Ananymous
25 days ago

Well said

Usher
Usher
23 days ago

Thank you

kryptoxpressofficial@gmail.com
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Admin
Reply to  Usher
20 days ago

I deeply appreciate your words

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