Cryptocurrency Price Jump: बिटकॉइन और इथेरियम ने तोड़े रिकॉर्ड, निवेशक खुश

By Aadi Kumar

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Cryptocurrency Price Jump

क्रिप्टो मार्केट में जबरदस्त हलचल देखने को मिली। सोमवार को प्रमुख क्रिप्टोकरेंसीज जैसे बिटकॉइन, इथेरियम, बाइनेंस और हाइपरलिक्विड में तेज़ी देखी गई। कॉइनमार्केटकैप के अनुसार शाम 4 बजे बिटकॉइन 112,104 डॉलर और इथेरियम 4,124 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। पिछले कुछ हफ्तों में क्रिप्टोकरेंसी में आई गिरावट के बाद यह तेजी निवेशकों के लिए उत्साहजनक संकेत है। इस लेख में हम जानेंगे कि यह Cryptocurrency Price Jump क्यों हुई, इसके पीछे कौन हैं और आगे की संभावनाएँ क्या हैं।

बिटकॉइन और इथेरियम में व्हेल निवेश का बड़ा योगदान

बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि बिटकॉइन और इथेरियम में आई तेजी का मुख्य कारण बड़े निवेशक यानी ‘क्रिप्टो व्हेल’ हैं। केवल एक हफ्ते में व्हेल ने लगभग 3.3 अरब डॉलर के बिटकॉइन खरीदे। इसके साथ ही उन्होंने 1.73 अरब डॉलर के इथेरियम भी खरीदे। कुल मिलाकर, लगभग 5 अरब डॉलर (करीब 45 हजार करोड़ रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी गई।

विशेषज्ञों के अनुसार, जब व्हेल बड़ी मात्रा में क्रिप्टो खरीदते हैं, तो छोटे निवेशकों में भी भरोसा बढ़ता है और बाजार में तेजी आती है। इस प्रकार की गतिविधियाँ लंबे समय तक बाजार के ट्रेंड को प्रभावित कर सकती हैं।

पिछले 24 घंटे में क्रिप्टोकरेंसी में जबरदस्त तेजी

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पिछले 24 घंटों में लगभग सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में तेजी देखने को मिली। बिटकॉइन में यह तेजी लगभग 2.50% रही, जबकि इथेरियम में 3% से ज्यादा की बढ़त हुई। बाइनेंस ने 4% और सोलाना ने 3% की तेजी दर्ज की। हाइपरलिक्विड में यह उछाल करीब 7% तक गया।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह तेजी केवल अल्पकालिक ही नहीं, बल्कि दीर्घकालिक निवेशकों के लिए भी महत्वपूर्ण संकेत है। जब क्रिप्टो में गिरावट आती है और फिर तेजी होती है, तो यह बाजार की स्वास्थ्यप्रद स्थिति का संकेत देती है।

क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट को ‘मौत की घंटी’ न समझें

हाल ही में बाजार में आई गिरावट को लेकर कई निवेशक चिंतित थे। लेकिन 9Point Capital की रिसर्च टीम के क्वांट हेड पार्थ श्रीवास्तव ने बताया कि बिटकॉइन का प्रमुख औसत से नीचे गिरना कोई ‘मौत की घंटी’ नहीं है। यह केवल ‘सफाई’ का हिस्सा है।

लीवरेज्ड लॉन्ग्स को बाहर निकालने से बाजार में साफ-सफाई होती है। इससे आगे के लिए एक मजबूत और हेल्दी बेस बनता है। इस प्रक्रिया के बाद ही निवेशक फिर से बाजार में आकर क्रिप्टो खरीदते हैं।

आगे की संभावनाएँ: मंदी या स्थिरता?

हालांकि तेज़ी आई है, बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण अगले कुछ हफ्तों में बाजार में हल्की मंदी आ सकती है। तकनीकी संकेतक जैसे MACD और RSI ने अलर्ट दिया है कि अगर खरीदार वापस नहीं आते हैं, तो कीमतें और नीचे जा सकती हैं।

एक ‘डेथ क्रॉस’ भी बन रहा है, जो अल्पकालिक मंदी का संकेत देता है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को संयम रखना चाहिए और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से क्रिप्टो निवेश करना चाहिए।

प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी और उनका हाल

बिटकॉइन और इथेरियम की तेजी के साथ ही बाइनेंस, सोलाना और हाइपरलिक्विड में भी तेजी आई। बिटकॉइन ने पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद तेजी पकड़ ली है। इथेरियम में भी मजबूत खरीदारी देखी गई।

विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे और मध्यम निवेशकों को इस तेजी का लाभ उठाने के लिए सही समय का इंतजार करना चाहिए। बाजार में जल्दबाज़ी करना नुकसान भी पहुँचा सकता है।

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Aadi Kumar

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