Crypto Scam In Bilaspur: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। स्थानीय निवेशकों ने शिकायत की है कि यो-एक्सचेंज नाम की फर्जी कंपनी ने 27 करोड़ रुपये ठगे हैं। मामले ने शहर में हलचल मचा दी है और पुलिस अब सख्त कार्रवाई की तैयारी में है।
मामला क्या है?
स्थानीय निवेशकों के अनुसार, यो-एक्सचेंज कंपनी ने तीन कर्मचारियों मनी पटेल, रवि कुमार साहू और अक्षय कुमार टेकाम के माध्यम से बड़े पैमाने पर निवेशकों से पैसे जमा किए। ये तीनों लोगों को कमीशन देकर मोटी रकम जमा करवाते थे। निवेशकों ने बताया कि कंपनी ने एजेंटों को हर सप्ताह गाड़ी और अन्य खर्चों के लिए पैसा भी मुहैया कराया।
दो महीनों तक निवेशकों से रकम जमा करने के बाद कंपनी अचानक गायब हो गई। पीड़ितों का दावा है कि 27 करोड़ रुपये USDT (डॉलर आधारित क्रिप्टो करेंसी) के जरिए ठगे जा चुके हैं। इस घोटाले ने न केवल निवेशकों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया बल्कि शहर में क्रिप्टो निवेश की सुरक्षा को भी चुनौती दी है।
बिलासपुर में Crypto Scam के प्रभाव
Bilaspur Scam ने स्थानीय निवेशकों के बीच डर और असुरक्षा पैदा कर दी है। कई लोग अब क्रिप्टो में निवेश करने से हिचकिचा रहे हैं। शहर के व्यापारिक समुदाय ने भी सरकार और पुलिस से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे क्रिप्टो घोटाले अक्सर फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए निवेशकों को आकर्षित करते हैं। शुरुआती दौर में छोटे रिटर्न दिखाकर लोगों का भरोसा जीतना और फिर अचानक गायब हो जाना आम रणनीति होती है। इसलिए निवेशकों को हमेशा verified platforms और licensed exchanges का ही उपयोग करना चाहिए।
पुलिस से शिकायत और कार्रवाई की मांग

पीड़ितों ने पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि जब उन्होंने अपने पैसों की मांग की तो तीनों कर्मचारियों ने धमकाते हुए कहा, जहां शिकायत करनी है कर लो, हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में कंपनी के फर्जी दस्तावेज और बैंक लेन-देन के रिकॉर्ड मिले हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि जल्दी ही आरोपी पकड़ लिए जाएंगे और निवेशकों को उनकी रकम वापस दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
निवेशकों के लिए सुरक्षा सुझाव
क्रिप्टो निवेश में हमेशा सतर्क रहना चाहिए। विशेषज्ञ सुझाव देते हैं:
- Verified Platforms: केवल लाइसेंसी और प्रमाणित एक्सचेंज का उपयोग करें।
- Two-factor Authentication: सभी अकाउंट्स में सुरक्षा विकल्प अपनाएं।
- Red Flags पहचानें: बहुत ज्यादा लाभ का वादा करने वाली कंपनियों से दूर रहें।
- Documentation रखें: सभी लेन-देन और निवेश की जानकारी सुरक्षित रखें।
इसके अलावा, निवेशकों को निवेश से पहले कंपनी और उसके कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच करनी चाहिए। स्थानीय निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे किसी भी फर्जी कंपनी के लालच में न आएं।
Crypto Scam के परिप्रेक्ष्य में कानूनी पहल
भारत में क्रिप्टो करेंसी पर कानून अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है, लेकिन ठगी और धोखाधड़ी के मामलों में आम कानून लागू होते हैं। इस घटना के बाद, कई क्रिप्टो एक्सचेंज और प्लेटफॉर्म ने अपने निवेशकों को सतर्क रहने के लिए चेतावनी जारी की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे घोटाले समय-समय पर होते रहते हैं और इन्हें रोकने के लिए निवेशकों की जागरूकता और कानून का सही इस्तेमाल जरूरी है।
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