Crypto Market क्रिप्टो दुनिया में बड़ा धमाका देखने को मिला है। रविवार सुबह बिटकॉइन ने नया ऑल-टाइम हाई बनाया और इसकी वैल्यू $125,245.57 (करीब ₹1.11 करोड़) तक पहुंच गई। यह अब ई-कॉमर्स दिग्गज अमेजन से भी ज्यादा वैल्यूएबल बन गया है। हालिया तेजी ने न केवल क्रिप्टो मार्केट को फिर से चर्चा में ला दिया है, बल्कि निवेशकों का विश्वास भी मजबूत किया है।
बिटकॉइन ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पिछले कुछ हफ्तों से लगातार तेजी बनी हुई है। अगस्त के मध्य में बिटकॉइन का रिकॉर्ड $124,480 था, जिसे अब उसने खुद ही पार कर लिया है। विश्लेषकों का मानना है कि Bitcoin ETF में इनफ्लो और अमेरिकी शेयर बाजार की मजबूती ने इसमें बड़ा योगदान दिया। साथ ही अमेरिकी डॉलर में आई गिरावट ने भी निवेशकों को क्रिप्टो की तरफ आकर्षित किया है।
Crypto Market फिलहाल तेजी के दौर में है और अधिकांश डिजिटल एसेट्स में ग्रीन ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
अमेजन से आगे निकला बिटकॉइन
मार्केट वैल्यू के मामले में बिटकॉइन ने इतिहास रच दिया है। इसका मार्केट कैप अब 2.4 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है, जो Amazon के 2.37 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है। इस उपलब्धि के साथ बिटकॉइन दुनिया की सातवीं सबसे मूल्यवान संपत्ति बन चुका है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सिर्फ एक मार्केट इवेंट नहीं, बल्कि डिजिटल करेंसी के बढ़ते स्वीकार्यता का संकेत है। आज कंपनियां और फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशंस भी बिटकॉइन को Asset Class के रूप में मान्यता दे रही हैं, जिससे इसका ग्लोबल वैल्यूएशन और बढ़ने की संभावना है।
लगातार आठवें दिन तेजी, निवेशकों की बल्ले-बल्ले

पिछले आठ दिनों से बिटकॉइन में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। सात दिनों में इसने लगभग 15% रिटर्न दिया है, जो पारंपरिक निवेशों की तुलना में कहीं ज्यादा है। पिछले 24 घंटे में ही बिटकॉइन की कीमत में 2% से अधिक की वृद्धि हुई। भारत में यह वर्तमान में करीब ₹1,10,40,727.29 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है।
क्रिप्टो निवेशक अब इस तेजी को सस्टेनेबल ग्रोथ के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि इसमें ट्रेडिंग वॉल्यूम और इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टमेंट दोनों में सुधार देखा गया है।
क्यों अक्टूबर बिटकॉइन के लिए लकी साबित होता है
बिटकॉइन के इतिहास को देखें तो अक्टूबर महीना हमेशा इसके लिए बेहतर रहा है। पिछले दस वर्षों में से नौ बार अक्टूबर में बिटकॉइन की कीमत बढ़ी है। इस साल भी वही पैटर्न दोहराया गया है। कई एनालिस्ट्स का कहना है कि साल के अंतिम क्वार्टर में आने वाले फेस्टिव सीज़न और इन्वेस्टमेंट मूवमेंट्स के चलते क्रिप्टो प्राइस रैली होती है। इसके अलावा, कई कंपनियों द्वारा बिटकॉइन को पेमेंट ऑप्शन के रूप में स्वीकार करने से भी इसकी डिमांड बढ़ रही है।
आगे क्या हो सकता है: विशेषज्ञों की राय
मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि यदि बिटकॉइन आने वाले हफ्तों में $130,000 के ऊपर टिक गया, तो यह नया सपोर्ट लेवल बन सकता है। हालांकि, कुछ एनालिस्ट्स सतर्क रहने की सलाह देते हैं क्योंकि क्रिप्टो मार्केट स्वभाव से Volatile (अस्थिर) है।
फिलहाल, Crypto ट्रेडर्स इसे दीर्घकालिक अवसर के रूप में देख रहे हैं और कई निवेशक DCA (Dollar Cost Averaging) स्ट्रेटेजी अपना रहे हैं।
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