Bitcoin Hash Rate kya hai in hindi: अभी आपने एक खबर ट्विटर पर चारों तरफ देखी होगी कि बिटकॉइन हैशरेट (Bitcoin Hash Rate) ने अपना ऑल टाइम हाई बनाया।
https://x.com/Cointelegraph/status/1929470255337701697
लेकिन क्या आपको पता है कि इसका असली मतलब क्या है? यह खबर इतनी जरूरी क्यों है? चलिए इस आर्टिकल में इसे आसान भाषा में समझते हैं।
Bitcoin Kya hai: बिटकॉइन क्या है?
जैसा कि हम जानते हैं बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है या पूरी तरीके से डिसेंट्रलाइज्ड है। इसका मतलब है कि ये बैंक या किसी सरकार के अधीन नहीं है।
इसकी हर ट्रांजैक्शन्स ब्लॉकचेन में रिकॉर्ड होती हैं। जब भी आप कोई ट्रांजैक्शन Initiate करते हैं तो वह नेटवर्क पर ब्रॉडकास्ट हो जाता है।
उसके बाद Miners उस ट्रांजैक्शन को Verify करते हैं और Verify करने के बाद उसे ब्लॉक में जोड़ दिया जाता है ।
जिसे हम Mining कहते हैं। (Mining नया Bitcoin पैदा करने की प्रक्रिया है)
Bitcoin Hashrate kya hai – Bitcoin Hash Rate क्या है?
Hashrate का मतलब है माइनिंग मशीन की ताकत। जितनी अधिक हैशरेटहोगी, उतना ही माइनर्स के लिए नए ब्लॉक को सफलतापूर्वक Mine करने और रिवॉर्ड कमाने की संभावना उतनी ही ज्यादा होती है। इसलिए ज्यादा हैशरेट का मतलब है ज्यादा कमाई का मौका।
हैशरेट को आमतौर पर “hashes per second” (H/s) में मापा जाता है — जैसे:
- 1 KH/s = 1 किलोहैश (1,000 हज़ार) प्रति सेकंड
- 1 MH/s = 1 मेगाहैश (10 लाख) प्रति सेकंड
- 1 GH/s = 1 गीगाहैश (100 करोड़) प्रति सेकंड
- 1 TH/S = 1 ट्रिलियन हैश per सेकंड
- 1 EH/S = 1 एक्साहैश (1 क्विंटिलियन हैश प्रति सेकंड)
उदाहरण के लिए, अगर Bitcoin का हैशरेट 550 EH/s तक पहुंच गया, तो इसका मतलब है कि हर सेकंड 550 क्विंटिलियन कैलकुलेशन की जा रही हैं।Trivia: क्रिप्टो रैंक(CryptoRank) के अनुसार, अमेरिकी सरकार के पास किसी भी अन्य देश की तुलना में सबसे अधिक बिटकॉइन (BTC) है, और अमेरिका ग्लोबल बिटकॉइन हैशरेट का 36% -40% कंट्रोल करता है।
By the way आप इस लिंक के माध्यम से बिटकॉइन हैशरेट को live ट्रैक कर सकते हैं :
https://www.blockchain.com/explorer/charts/hash-rate
हैश रेट बढ़ना = माइनर्स का भरोसा बढ़ना
- नेटवर्क की सिक्योरिटी (सुरक्षा) बढ़ती है
- माइनिंग का इंफ्रास्ट्रक्चर फैलता है
- लॉन्ग-टर्म में बुलिश सेंटिमेंट को दर्शाता है
हैश रेट गिरना = माइनर्स का भरोसा गिरना
- माइनर्स माइनिंग बंद कर रहे हैं या नेटवर्क छोड़ रहे हैं
- संभावित बेयरिश सेंटिमेंट
- यह आर्थिक दबाव का संकेत हो सकता है
- यह बाज़ार में कमजोरी या अनिश्चितता की ओर इशारा करता है।
अब सभी बारीकियों को समझने के बाद हम चलिए जानते हैं कि यह बड़ी खबर क्यों है:
- बिटकॉइन नेटवर्क अब और ज्यादा सुरक्षित होगा :
जितना ज्यादा Hashrate होता है उतना ज्यादा कंप्यूटर पावर नेटवर्क को Secure रखने में लगते हैं। इससे नेटवर्क बहुत मजबूत बनेगा, इसे हैक करना कठिन है और तो और डबल स्पेंड अटैक जैसे खतरों को दूर करता है।
- माइनिंग सेक्टर की मजबूती
जब हैशरेट बढ़ता है, तो यह बताता है कि अभी भी Miners बिटकॉइन माइनिंग में शामिल हैं। उन्हें बिटकॉइन के भविष्य पर पूरा भरोसा है और उन्हें उम्मीद है कि भविष्य में बिटकॉइन की कीमत और बढ़ेगी।
हैशरेट की वृद्धि से ना सिर्फ़ माइनर्स का भरोसा बना रहता है बल्कि नेटवर्क भी मजबूत होता है । ज़ाहिर सी बात है, इससे इन्वेस्टर्स के बीच एक पॉजिटिव सेंटीमेंट जाता है।
लेकिन जरूरी नहीं है कि बिटकॉइन की कीमत में उछाल हो । बिटकॉइन की कीमत में वृद्धि के लिए बाजार के दूसरे फैक्टर जैसे मार्केट सेंटीमेंट और रेगुलेशन को भी ध्यान में रखना जरूरी है।
निष्कर्ष: Bitcoin Hash Rate kya hai in hindi
हैशरेट केवल माइनिंग पावर का नहीं, बल्कि मार्केट के मूड और माइनर्स की भावना का भी सूचक है।
✅ ज़्यादा हैश रेट = मज़बूत नेटवर्क, आत्मविश्वास
✅कम हैश रेट = खतरा, दबाव, संभावित गिरावट
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Is baar lag rha hai bitcoin miners bohot tagra paisa bana rahe hai. Kyunki btc unki mining cost per btc ke hisab se bohot hi ooper hai
Hope aisa hi rahe nahi to price girne lagta hai.
Yes you are right 👍
Great info about Hashrate
Thank you ! Keep supporting!