Detailed close-up of Indian rupee notes and coins showcasing currency design.

₹500 के नकली नोटों के बीच आ रहा है भारत का डिजिटल हथियार – जानिए CBDC क्या है!





आप सभी ने समाचार में ऐसी खबरें जरूर देखी या सुनी होगी –

Scenerio 1: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ₹500 के नोटों पर Ban लगाने की मांग की है।



Scenerio 2 : RBI के अनुसार ₹500 के नोटों की जालसाजी के मामले तेजी से बढ़े हैं:

https://x.com/Indianinfoguide/status/1928293496315613622?t=dZziztfxiDepgxbgxeW_2Q&s=19


इन सभी सवालों का जवाब है CBDC. ये CBDC क्या है? कैसे काम करता है? चलिए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं।

CBDC क्याहै? भारतकाडिजिटलरुपया, PhonePe औरPayTM सेकैसेअलगहै?

CBDC (Central Bank Digital Currency) जिसे RBI द्वारा जारी किया जायेगा — यह हमारे INR का डिजिटल रूप है।

अब आप ज़रूर सोच रहे होंगे कि जब आप पहले से ही PhonePe और Paytm जैसे माध्यमों से Cashless पेमेंट कर रहे हैं और बैंक अकाउंट में पैसा डिजिटल फॉर्म में रखते हैं, तो फिर CBDC की क्या आवश्यकता है?

Blockchain Technology की यही बड़ी खासियत है – Middleman को खत्म करना।

अभी की जो प्रणाली है, उसमें बैंक Middleman है।

लेकिन CBDC में पैसा, RBI – Reserve Bank of India और आपके बीच होता है। क्योंकि RBI इसे जारी करेगा।

इस पैसे पे सरकार की मोहर यानि गारंटी होता है। यह पूरी तरह से कानूनी मुद्रा होगी।

ये पैसा आपके PayTm/PhonePe में ना होकर आपके डिजिटल वॉलेट में होगा।

इसके लिए ना ही बैंक खाते की जरूरत होगी और ना ही सरकार के लिए नोटों को जारी करने का झंझट – सरकार के लिए भी Cash की छपाई, भंडारण, और ट्रांसपोर्ट की लागत बचेगी।

इसमें बैंक जरूरी नहीं है, और आप सीधा ट्रांजेक्शन कर सकते हैं, आपका Transaction stuck नहीं होगा।

भारत के अलावा अभी कई देश जैसे – चीन, रूस, यूरोपियन यूनियन, अमेरिका, बहामास अपने CBDC प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं या लॉन्च कर चुके हैं।

CBDC कैसे काम करता है?

जिस प्रकार आप फोनपे में रुपया रखते हैं, ठीक उसी प्रकार एक डिजिटल वॉलेट में डिजिटल रुपया रखा जाता है।

आप इसे QR कोड स्कैन कर के, मोबाइल से ट्रांसफर कर सकते हैं, और वो भी बिना किसी बैंक के।

अभी कई बार देखा होगा, की भुगतान के दौरान सर्वर डाउन हो जाता है, और हमारी पेमेंट रुक जाती है। लेकिन CBDC में किसी दुकान पर 100 रुपये देने हो, तो आप डिजिटल रुपया वॉलेट से स्कैन करके तुरंत भुगतान कर सकते हैं, बस आपको इंटरनेट चाहिए।



CBDC औरUPI मेंक्याफर्कहै?

CBDC एक डिजिटल मुद्रा है इसे हम डिजिटल रुपया भी कह सकते हैं । इसे आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) जारी करता है । यह Cash की तरह ही होता है लेकिन डिजिटल रूप में होता है।

और दूसरी तरफ यूपीआई (United Payments Interface) जो 2016 में शुरू हुई थी, ये एक करेंसी नहीं बल्कि एक ट्रांजैक्शन प्लेटफार्म है ।

जब भी आप किसी को पैसा भेजते हैं तो आपके बैंक अकाउंट से काट कर ये सामने वाले के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर देता है।

RBI गवर्नर ने CBDC और UPI के बीच के अंतर को बताया है:


https://x.com/aditya_kondawar/status/1601049990067281920

CBDC औरक्रिप्टोकरेंसीमेंक्याफर्कहै?

CBDC और क्रिप्टोकरेंसी दोनों ही डिजिटल रुप में मौजूद होते हैं लेकिन इनके बीच जो अंतर है उसे जानना अनिवार्य है।

1.सबसे पहले अंतर यह है कि CBDC जिसे कि आरबीआई जारी करती है इसका मतलब यह सेंट्रलाइज्ड होगा। इसका नियंत्रण सरकार या आरबीआई के पास होगा । तो दूसरी और क्रिप्टोकरंसी जैसे बिटकॉइन और एथेरियम पूरी तरीके से डिसेंट्रलाइज्ड होते हैं।

2. CBDC आरबीआई के द्वारा जारी होगी तो एक लीगल टेंडर होगा जबकि क्रिप्टोकरेंसी को अभी तक भारत में लीगल टेंडर के रूप में मान्यता नहीं मिली है। हालांकि दूसरे देशों में जैसे एल साल्वाडोर में इसे लीगल टेंडर की मान्यता मिल चुकी है ।

3. CBDC बिल्कुल स्टेबलकॉइन की तरह होगी जिसका वैल्यू हमेशा फिक्स्ड होगा जबकि क्रिप्टोकरेंसी काफी वोलेटाइल और अनप्रिडिक्टेबल होते हैं ।

4. और जहां तक उपयोगिता की बात है तो जैसा हमने ऊपर देखा CBDC का उपयोग सरकारी योजनाओं में और सब्सिडी में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है जबकि दूसरी ओर क्रिप्टोकरंसी का उपयोग वेब 3 में इंटरेक्ट करने के लिए प्रयोग होता है।

CBDC भारत में कब आएगा

अभी जो जानकारी उपलब्ध है उसके अनुसार आने वाले 1 से 2 वर्षों में डिजिटल रुपया यानी CBDC का हम उपयोग देख सकते हैं। इसका प्रारंभिक इस्तेमाल विशेष कर सब्सिडी के वितरण में, कैशलेस भुगतान और सरकारी के अन्य योजनाओं में व्यापक रूप से देख सकते हैं ।अगर CBDC लॉन्च हो जाता है तो भारतीय अर्थव्यवस्था जो की दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है उसे काफी बल मिलेगा और साथ ही मेड इन इंडिया और डिजिटल इंडिया को भी काफी मजबूती मिलेगी।

CBDC से कैश पर क्या असर होगा

ऐसे में जब CBDC लॉन्च नहीं हुआ है, इसके बारे में कोई भी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगा। लेकिन CBDC का मकसद Cash को हटाना नहीं बल्कि System में ट्रांसपेरेंसी को लाना है। भारत का एक बड़ा वर्ग गांव और छोटे-छोटे इलाकों और कस्बों में बसता है, जहां टेक्नोलॉजी और डिजिटल अवेयरनेस के साथ-साथ स्मार्टफोन- इंटरनेट की भी पहुंच नहीं है, ऐसे में CBDC कैश को नहीं हटा सकता। लेकिन हां समय के साथ जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी में हम आगे बढ़ेगे CBDC धीरे-धीरे Cash के लेनदेन को जरूर प्रभावित करेगा।



CBDC केफायदे

1.तेज़ के साथ साथ सस्ता ट्रांजेक्शन

2.देश को Cashless बनाने की तरफ एक कदम

3.ट्रांसपेरेंसी बढ़ने से Corruption कम हो सकता है🧐

4.अभी भी लाखों लोग बैंक अकाउंट से वंचित हैं, वो भी CBDC के द्वारा मुख्यधारा से जुड़ सकते हैं

5.सरकारी योजनाओं को बल मिलेगा।

लेकिन हमारे देश में और डिजिटल साक्षरता की कमी अभी CBDC के सामने सबसे बड़ी चुनौती है।


CBDC काभविष्य: भारतकेलिएडिजिटलरुपयेके4 बड़ेफायदे

CBDC जो कि आरबीआई के द्वारा जारी की गई कानूनी मुद्रा है और Cash का एक विकल्प है । इसका भविष्य उज्जवल है ।

1. सबसे पहली बात सरकार को कैश के छपाई ,उसकी स्टोरेज और ट्रांसपोर्टेशन की काफी लागत बचेगी।

2. फाइनेंशियल इंक्लूजन बढ़ेगा: भारत का एक बड़ा वर्ग अभी भी बैंक अकाउंट से वंचित है, CBDC के आने से एक बहुत बड़ा Financial सिस्टम से जूड़ सकते हैं। सरकारी योजनाओं को भी बल मिलेगा।

3. Cross border payment में सुधार: आज भारत के लोग बड़ी संख्या में जो बाहर काम करते हैं रेमिटेंस भेजते हैं । CBDC के आने से अंतरराष्ट्रीय भुगतान तेज, सस्ता और पारदर्शी बनेगा।

4. सब्सिडी का सही उपयोग : सरकार द्वारा जो सब्सिडी दी जाती है उनका सही उपयोग हो पाएगा और पैसा गलत हाथों में जाने से बचेगा।


कुल मिलाकर CBDC ब्लॉकचेन पर आधारित एक पारदर्शी प्रणाली है। इससे नकली नोटों या नोटों की जालसाजी, टैक्स चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और करप्शन पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।

और CBDC, UPI के अपार सफलता के बाद भारत को एक मजबूत और आधुनिक अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने का एक बड़ा कदम है।

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