Bitcoin ETF kya hai in Hindi

Bitcoin ETF Kya Hai In Hindi – Bitcoin ETF क्या है ( हिंदी में )

आजकल जिधर देखो, उधर बिटकॉइन के साथ-साथ ‘बिटकॉइन ETF’ की गूंज है।

लोग पूछते हैं – क्या ये असली बिटकॉइन जैसा होता है? या कुछ अलग है?

इसने बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट को बिल्कुल आसान बना दिया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच हो सके।

Bitcoin ETF kya hai in Hindi – चलिए आसान भाषा में समझते हैं कि यह क्या है और कैसे काम करता है।

ETF Kya hota hai – ETF क्या होता है?

ETF यानी Exchange Traded Fund, एक ऐसा निवेश फंड होता है जिसे शेयर मार्केट पर खरीदा और बेचा जा सकता है।

आपने मार्केट में Oil ETF, Share ETF का नाम सुना होगा। अगर नहीं सुना, तो आपने कभी न कभी Gold ETF के बारे में जरूर सुना होगा, जो सबसे पॉपुलर ETF में से एक है।

इन सभी ETFs का काम- Oil, गोल्ड या स्टॉक्स की कीमत को ट्रैक करना होता है।

ETF को आप ब्रोकरेज अकाउंट (Zerodha जैसे प्लेटफॉर्म ) से उसी तरह खरीद सकते हैं जैसे कोई आम स्टॉक।

इसकी सबसे बड़ी खासियत है: लिक्विडिटी और फ्लेक्सिबिलिटी। यानी आप कभी भी इन्हें बाजार के समय में खरीद-बेच सकते हैं।

Bitcoin ETF Kya Hai – बिटकॉइन ETF क्या है?

ठीक उसी प्रकार, अब बिटकॉइन ETF भी लॉन्च हो चुका है। इसमें केवल बिटकॉइन की कीमत को ट्रैक किया जाता है।

जिस प्रकार आप SBI या HDFC के शेयर खरीदते हैं, ठीक उसी प्रकार आप स्टॉक एक्सचेंज के ज़रिए सीधे BTC ETF खरीद सकते हैं।

ना वॉलेट की ज़रूरत, ना ही हैक का कोई खतरा।

बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट को बिल्कुल आसान बना दिया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसकी पहुंच हो सके।

आसान शब्दों में, अगर आप बिना असली बिटकॉइन खरीदे, उसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव से फायदा उठाना चाहते हैं, तो बिटकॉइन ETF आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

इसमें आपको डिजिटल वॉलेट या प्राइवेट कीज़ को सुरक्षित रखने की कोई टेंशन नहीं होती।

हालांकि, अभी हर देश में इसे मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन फिर भी यह क्रिप्टो के एडॉप्शन की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

जून 2025 के अनुसार, अमेरिका का स्पॉट बिटकॉइन ETF लॉन्च होने के सिर्फ 18 महीनों के अंदर ही $1 ट्रिलियन से ज़्यादा का कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम पार कर चुका है।

Bitcoin ETF Kaise Kaam Karta Hai : बिटकॉइन ETF कैसे काम करता है?

जैसे गोल्ड ETF सोने की कीमत के हिसाब से ऊपर-नीचे होता है, ठीक उसी प्रकार BTC ETF एक ऐसा फंड होता है जो बिटकॉइन की कीमत को फॉलो करता है।

इसका मतलब है  अगर बिटकॉइन की कीमत बढ़ेगी, तो बिटकॉइन ETF की कीमत में भी उछाल देखने को मिलेगी, और अगर बिटकॉइन का दाम गिरेगा, तो BTC ETF की कीमत भी धड़ाम से गिरेगी।

अंतर सिर्फ इतना है कि ये ETF क्रिप्टो एक्सचेंज (जैसे बाइनेंस , OKX या MEXC) पर नहीं, बल्कि शेयर बाज़ार (जैसे NYSE) पर ट्रेड होता है।

इसे आप बिल्कुल उसी तरह खरीद-बेच सकते हैं, जैसे आप SBI या HDFC के शेयर खरीदते हैं।

Types of Bitcoin ETF: बिटकॉइन ETF दो प्रकार के होते हैं:

1. Spot Bitcoin ETF: इसमें, नाम के अनुसार, असली बिटकॉइन की स्पॉट कीमत को ट्रैक किया जाता है। जनवरी 2024 में SEC ने कई Spot Bitcoin ETF को अपनी हरी झंडी दे दी थी।

2. Futures Bitcoin ETF: इसके तहत आप भविष्य में बिटकॉइन को एक निश्चित कीमत पर खरीदने या बेचने का कॉंट्रैक्ट करते हैं।

2024 में SEC ने ऑफिशियली सभी Spot बिटकॉइन ETF को मंजूरी दे दी है। यहां क्लिक करके आप BTC ETF फ्लो को ट्रैक कर सकते हैं।

BTC ETF के लिए आवेदन करने वाली नई कंपनिया:

राष्ट्रपति ट्रंप की सोशल मीडिया कंपनी “Truth Social” ने एक बिटकॉइन ETF शुरू करने के लिए आवेदन दायर किया है।

BlackRock Bitcoin ETF

  • BlackRock का iShares Bitcoin Trust (IBIT) 5 जनवरी 2024 को लॉन्च हुआ और तब से यह सबसे अधिक AUM वाला फंड बन गया।
  • ETF का नाम और टिकर : iShares Bitcoin Trust ETF (IBIT)
  • कैसे खरीदें BlackRock Bitcoin ETF : इसे फिलहाल आप NYSE या NASDAQ एक्सचेंज पर IBIT टिकर से खरीद सकते हैं।
  • जून 2025 के अनुसार, BlackRock का Bitcoin ETF अब कुल बिटकॉइन सप्लाई का लगभग 3.26% हिस्सा होल्ड करता है।

BlackRock के Bitcoin ETF में अब $72.3 बिलियन की वैल्यू जमा हो चुकी है।

CC: BitcoinTreasuries.net

Merrill Lynch, Morgan Stanley, Wells Fargo और UBS जैसे बड़े अमेरिकी बैंक 2025 के अंत तक आम निवेशकों के लिए Spot Bitcoin ETFs की पूरी सुविधा शुरू कर सकते हैं।

रिक एडेलमैन (एक अमेरिकी निवेशक और लेखक हैं) के अनुसार, 2025 के अंत तक Bitcoin ETFs में करीब $150 बिलियन का नेट इनफ्लो आएगा।

Bitcoin ETF Ke Fayde: बिटकॉइन ETF के फायदे

  • निवेश करना आसान हो जाता है (वो भी बिना टेक्निकल नॉलेज के): पहले बिटकॉइन में निवेश करने की लंबी प्रक्रिया थी, जैसे – एक्सचेंज में जाना, KYC करना, फिर वॉलेट में फंड को सुरक्षित रखना और ऊपर से हैक होने का डर।
  • यह ब्लैकरॉक जैसे Institutional Investors को बड़ी संख्या में क्रिप्टो मार्केट में आने का मौका देता है।
  • अब यह शेयर बाजार के नियमों के अनुसार संचालित होता है और रेगुलेटेड है।
  • इससे मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ सकती है और वोलैटिलिटी कम हो सकती है।
  • इन्वेस्टर्स के लिए यह एक नया विकल्प है, जो उन्हें पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने का अवसर देता है।

भारत में Bitcoin ETF को लेकर क्या स्थिति है?

आप भारतीय शेयर मार्केट पर बिटकॉइन ETF में सीधे निवेश नहीं कर सकते।

हमारे देश भारत में अभी तक बिटकॉइन ETF को SEBI ने हरी झंडी नहीं दी है।

लेकिन अगर आप BTC ETF में निवेश करना चाहते हैं, तो आपके पास इंटरनेशनल ट्रेडिंग की सुविधा वाला ब्रोकरेज अकाउंट होना चाहिए।

 ऐसे में आप अमेरिकी प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके इसमें निवेश कर सकते हैं।

अंतिम विचार

कुछ लोगों का मानना है कि बिटकॉइन को सीधे खरीदना और अपने पास रखना ज्यादा बेहतर है, क्योंकि इससे आपको पूरा कंट्रोल मिलता है (जैसा कि आप जानते हैं – Not your keys, not your coins)

वर्तमान में SEC के पास दर्जनों स्पॉट क्रिप्टो ETF मंजूरी के लिए दाखिल किया गया है, जो Approval की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

स्पॉट सोलाना ETF के साथ XRP ETF को अगले कुछ महीनों के भीतर मंजूरी मिलने की भी संभावनाएं जताई जा रही हैं।

ऐसे में ये ETFs, ट्रेडिशनल फाइनेंस और डिजिटल एसेट्स के बीच की दूरी को काफी हद तक कम कर सकते है।

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Usher
Usher
1 day ago

Nice well 👍

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