Zero Gravity 0G Token ने AI + Blockchain में मचाया तहलका जानें Aristotle Mainnet का अपडेट

By Aadi Kumar

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Zero Gravity

Zero Gravity या 0G Labs द्वारा विकसित एक AI-first मॉड्यूलर ब्लॉकचेन प्लेटफ़ॉर्म है। यह एक Layer-1 प्लेटफ़ॉर्म है जिसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि वह बड़े AI workloads जैसे मॉडल प्रशिक्षण, डेटा प्रोसेसिंग और इन्फेरेंस को ब्लॉकचेन पर ही होस्ट कर सके।
इसका आर्किटेक्चर शार्डिंग sharding और मॉड्यूलर लेयर्स पर आधारित है, जिससे यह बड़े पैमाने पर ट्रांज़ैक्शन्स को हैंडल करने में सक्षम बनता है। इसके मुख्य घटक निम्न हैं:

  • Zero Gravity Chain: EVM-compatibility के साथ एक लेयर-1 चेन
  • 0G Storage: बड़े डेटासेट्स (datasets) को स्टोर करने के लिए ऑप्टिमाइज़
  • 0G Data Availability: डेटा तक तेज़ और भरोसेमंद पहुँच सुनिश्चित
  • 0G Compute: AI मॉडल्स और टास्क को रन कराने की कंप्यूट लेयर

सुरक्षा के लिए यह Proof of Random Access PoRA मैकेनिज़म का उपयोग करता है, और इस तरह अपना सिक्योरिटी मॉडल Ethereum की EigenLayer से शेयर करता है। ये डिज़ाइन इसे एक अनोखा AI + Web3 infrastructure समाधान बनाती है।

इसका उद्देश्य – किन समस्याओं को हल करना चाहता है?

आज का AI मॉडल ट्रेनिंग और इन्फेरेंस कई चुनौतियों से जूझता है:

  • उच्च लागत: बड़े AI मॉडल को प्रशिक्षण देने में लाखों डॉलर खर्च हो जाते हैं
  • स्केलेबिलिटी की समस्या: पारंपरिक केंद्रीकृत सर्वर्स स्केल करना मुश्किल
  • थर्ड-पार्टी डिपेंडेंसी: क्लाउड प्रदाताओं पर निर्भरता
  • ओपेक प्रोसेस: यूज़र यह नहीं जान पाते कि डेटा कैसे प्रोसेस हो रहा है

कई परियोजनाएँ पहले AI को ब्लॉकचेन पर लाने की कोशिश कर चुकी हैं, लेकिन गैस फीस, स्लो ट्रांज़ैक्शन्स और अविश्वसनीय डेटा सेसलिबिलिटी ने उन्हें बाधित किया। Zero Gravity का मॉड्यूलर डिज़ाइन इन्हीं बाधाओं को दूर करता है, और 11,000 TPS ट्रांज़ैक्शन्स प्रति सेकंड तक पहुंचने का दावा करता है जो बड़े AI वर्कलोड्स के लिए महत्वपूर्ण है।

उदाहरण स्वरूप, Deepfake detection के मामले में Zero Gravity क्रिप्टोग्राफिक सत्यापन (verifiable inference) प्रदान कर सकती है। ये एक भरोसेमंद, ट्रस्टलेस AI ऑर्केस्ट्रेशन का मार्ग खोलती है।

अब तक की प्रगति (Development Milestones)

Zero Gravity की टीम ने निम्न मीलस्टोन हासिल किए हैं:

  • 2023 – Copernicus Testnet: प्रारंभिक स्केलेबिलिटी परीक्षण
  • 2024 – Kepler Testnet: AI-अनुकूलित स्टोरेज एवं कंप्यूट एकीकरण
  • 2025 – Galileo Testnet: 650 मिलियन से अधिक ट्रांज़ैक्शन्स, 22 मिलियन सक्रिय खाते, 8,000+ वेलिडेटर्स
  • सितंबर 2025 – Aristotle Mainnet लॉन्च: मुख्य नेटवर्क को डिप्लॉय किया गया

Mainnet लॉन्च के समय इसने 100+ पार्टनर्स को ऑनबोर्ड किया जैसे Chainlink, Google Cloud, Alibaba Cloud, Coinbase Wallet इत्यादि। ये साझेदारियाँ यह दर्शाती हैं कि Zero Gravity सिर्फ एक सिद्धांत नहीं, बल्कि व्यावहारिक प्लेटफ़ॉर्म बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है।

इसके अलावा, Modulus Labs, Ora Chain, Ledger, Fireblocks, Ankr जैसे संस्थानों के साथ साझेदारी भी हुई है। यह कदम Web3 इनफ्रास्ट्रक्चर के बड़े इकोसिस्टम से जुड़ने का संकेत देता है।

0G Token और Tokenomics

Zero Gravity

इस नेटवर्क का नेटिव टोकन 0G Token कहलाता है। इसका उपयोग नेटवर्क लेनदेन शुल्क transaction fees, स्टेकिंग staking, गवर्नेंस governance, और AI Alignment Nodes चलाने में होता है। इसके टोकनॉमिक्स इस प्रकार है:

  • कुल सप्लाई: 1 बिलियन टोकन
  • इक्विटी विवरण:
    • 56% (560 मिलियन) – कम्युनिटी और इकोसिस्टम ग्रोथ, रिवार्ड्स और नोड्स संचालन
    • 44% (440 मिलियन) – टीम, अर्ली बैकर्स और एडवाइजर्स
  • टीम व अर्ली बैकर्स का टोकन 36 महीनों में लीनियर अनलॉक होगा
  • Airdrop की सफलता ने शुरुआती स्वामियों में उत्साह बढ़ाया
  • लॉन्च के बाद यह Binance, KuCoin, MEXC, LBank, Kraken, HTX आदि प्लेटफ़ॉर्म्स पर सूचीबद्ध हो चुका है

यह संतुलित आवंटन इकोसिस्टम विकास और उपयोगकर्त्ताओं को जोड़ने में मदद करता है।

तुलना और प्रतियोगी संदर्भ

जब हम 0G Token और अन्य प्रमुख डिजिटल परिसंपत्तियों की तुलना करें, तो यह दिखता है कि यह सिर्फ एक क्रिप्टो टोकन नहीं, बल्कि AI-उन्मुख ब्लॉकचेन तत्व है।
दूसरी ओर, Bitcoin जैसे पारंपरिक क्रिप्टो एसेट ने विकेंद्रीकरण और मूल्य भंडारण store-of-value के लिए प्रसिद्धि पाई है। जबकि Bitcoin मुख्य रूप से monetary asset के रूप में प्रयोग होती है, Zero Gravity का उद्देश्य AI को ऑन-चेन लाना और computation इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना है।

यह प्रतिस्पर्धी शब्द Crypto News इस परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण है क्योंकि 0G प्रोजेक्ट आज क्रिप्टो समाचारों में चर्चा का मुख्य विषय बन गया है और नियमित अपडेट्स इसे ट्रेंडिंग बनाते हैं।

फ्यूचर रोडमैप और चुनौतियाँ

Zero Gravity ने भविष्य के लिए निम्न योजनाएँ रखी हैं:

  • परमिशनलेस AI एजेंट मॉडल और स्वचालित एजेंट इकोसिस्टम
  • ऑन-चेन AI ट्रेनिंग प्लेटफ़ॉर्म– यूज़र्स को मॉडल ट्रेनिंग शुल्क देने की सुविधा
  • क्रॉस-चेन इंटरऑपरेबिलिटी -अन्य ब्लॉकचेन जैसे Ethereum, Cosmos से संचार
  • उच्च सुरक्षा सुधार – नए क्रिप्टोग्राफिक प्रोटोकॉल और सुधार
  • डेवलपर टूल्स और SDK – AI मॉडल बिल्डर, API, मॉड्यूल्स

हालाँकि चुनौतियाँ भी हैं:

  • प्रतिस्पर्धी AI-Blockchain प्रयासों से मुकाबला
  • वास्तविक उपयोग मामलों real-world use cases को हासिल करना
  • नेटवर्क सिक्योरिटी और स्पैम-रोकथाम
  • नियामक दबाव और क्रिप्टो नियमों का सामना

यदि टीम इन चुनौतियों से निपट सके, तो Zero Gravity विश्व स्तर पर AI + ब्लॉकचेन के एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकती है।

क्यों रखें नजर?

  • AI और Web3 का संगम: Zero Gravity एक ऐतिहासिक अवसर प्रस्तुत करती है
  • निवेश और सहभागिता: शुरुआती निवेशक तथा डेवलपर्स इसे अपनी रणनीति में शामिल कर सकते हैं
  • स्ट्रेटजिक साझेदारी: पहले से ही बड़ी टेक कंपनियाँ इस प्रोजेक्ट से जुड़ी हैं
  • क्रिप्टो समाचार ट्रेंड: यह विषय वर्तमान में चर्चा में है और इसे लंबे समय तक चर्चा में रहने की संभावना है

अगली बार जब आप किसी क्रिप्टो समाचार प्लेटफ़ॉर्म पर जाएँ, तो Zero Gravity का नाम ज़रूर मिलेगा। ये एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो समय के साथ और अधिक सामर्थ्य और विकास दिखा सकता है। इसे ट्रैक करते रहें, और यदि आप Web3 और AI की अगली लहर का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो Zero Gravity से वाकिफ होना एक समझदारी भरा कदम होगा।

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